आजकल खाने में जहर (यूरिया/डीएपी) इतना बढ़ गया है कि हर घर में बीमारी है। इसका समाधान है - प्राकृतिक खेती।
जीवामृत (Jeevamrut) क्या है?
यह पौधों के लिए अमृत है। इसे बनाने की विधि बहुत सरल है:
- 10 किलो देसी गाय का गोबर
- 10 लीटर गोमूत्र
- 1 किलो गुड़ (पुराना)
- 1 किलो बेसन
- थोड़ी सी बरगद के पेड़ के नीचे की मिट्टी
इन सबको 200 लीटर पानी में मिलाकर 48 घंटे छाया में रखें। यह एक एकड़ खेत के लिए पर्याप्त है।
इसके फायदे
- मिट्टी में केंचुए वापस आ जाते हैं।
- पानी की जरूरत 50% कम हो जाती है।
- फसल का स्वाद और दाम दोनों बढ़ जाते हैं।
"स्वस्थ धरा, तो खेत हरा।"