आयुर्वेद में कहा गया है— "भोजनान्ते पिबेत् तक्रं" यानी भोजन के अंत में छाछ (मट्ठा) जरूर पीनी चाहिए। देसी गाय के दही से बनी छाछ अमृत है।
🩺 स्वास्थ्य लाभ
- पाचन: यह पेट की अग्नि को बढ़ाती है, जिससे भोजन आसानी से पचता है। गैस और कब्ज दूर होती है।
- बवासीर (Piles): छाछ बवासीर के रोगियों के लिए रामबाण औषधि मानी गई है।
- ठंडक: गर्मियों में यह शरीर को ठंडक देती है और लू से बचाती है।
टिप: छाछ में थोड़ा भुना जीरा और सेंधा नमक मिलाकर पीने से स्वाद और गुण दोनों बढ़ जाते हैं।